संकेत,दिनचर्या,इनाम (भाग 2)

आज के समय में, हम अक्सर अच्छे इरादों के साथ बैठते हैं, लेकिन देखते ही देखते घंटों बेवजह समय बर्बाद कर देते हैं। यह अनजाने में होने वाला व्यवहार—चाहे वह सोशल मीडिया स्क्रॉल करना हो, वेब पर बिना उद्देश्य ब्राउज़ करना हो, या विचारों में खो जाना हो—हमारा समय बर्बाद करता है और संतुष्टि नहीं देता। Cue-Routine-Reward चक्र, जो चार्ल्स डुहिग की पुस्तक The Power of Habit में लोकप्रिय हुआ, इन व्यवहारों को समझने और बदलने का एक शक्तिशाली तरीका प्रदान करता है।

इस चक्र को प्रबंधित करना सीखकर, हम अनुत्पादक आदतों को ऐसे रूटीन में बदल सकते हैं जो उद्देश्य, उत्पादकता और संतुष्टि लाते हैं।


Cue-Routine-Reward चक्र क्या है?

Cue-Routine-Reward चक्र एक सरल लेकिन प्रभावी आदत निर्माण मॉडल है, जो हमें यह समझने में मदद करता है कि कुछ व्यवहार क्यों होते हैं और उन्हें लाभकारी रूटीन के साथ कैसे बदला जा सकता है:

  1. Cue (संकेत): वह ट्रिगर जो व्यवहार को शुरू करता है, जैसे भावनात्मक स्थिति (बोरियत, तनाव), विशेष समय, या नोटिफिकेशन की आवाज।
  2. Routine (दिनचर्या): संकेत मिलने पर किया गया कार्य। जैसे बिना किसी योजना के बैठने पर सोशल मीडिया स्क्रॉल करना या बिना उद्देश्य ब्राउज़ करना।
  3. Reward (इनाम): उस दिनचर्या से मिलने वाली सकारात्मक भावना या परिणाम। यह अस्थायी खुशी या आराम हो सकता है, लेकिन अक्सर पछतावा या समय बर्बाद करने का एहसास भी होता है।

इस चक्र को बार-बार दोहराने से आदतें मजबूत होती हैं। जब हमें संकेत मिलता है, हम उस दिनचर्या को दोहराते हैं और इनाम की तलाश करते हैं, जिससे वह आदत बन जाती है।


बेवजह समय बर्बाद करने की आदतों का उदाहरण और उन्हें बदलने के तरीके

कुछ उदाहरण देखते हैं, जहाँ लोग बेवजह समय बर्बाद करते हैं, और कैसे Cue-Routine-Reward चक्र का उपयोग करके इन आदतों को उद्देश्यपूर्ण बनाया जा सकता है:

उदाहरण 1: सोशल मीडिया स्क्रॉलिंग

  • संकेत: बिना किसी काम के बैठना।
  • दिनचर्या: सोशल मीडिया खोलना और बिना उद्देश्य स्क्रॉल करना।
  • इनाम: अस्थायी ध्यान बंटता है, लेकिन बाद में पछतावा और समय बर्बाद करने का एहसास होता है।

चक्र तोड़ने की रणनीति:

  • संकेत बदलें: बैठने पर सोशल मीडिया के बजाय एक पढ़ने वाला ऐप या कार्य सूची खोलें।
  • नई दिनचर्या: पढ़ने में कुछ समय बिताएं या दिन की योजना बनाएं।
  • नया इनाम: कुछ ज्ञान प्राप्त करने या कार्यों को व्यवस्थित करने से मिलने वाली संतुष्टि।

उदाहरण 2: विचारों में खो जाना

  • संकेत: कार्यों के बीच का खाली समय।
  • दिनचर्या: बिना किसी उद्देश्य के सोचना या पुराने विचारों में खो जाना।
  • इनाम: थोड़ी राहत, लेकिन बाद में उद्देश्यहीनता का एहसास।

चक्र तोड़ने की रणनीति:

  • संकेत बदलें: ब्रेक के लिए टाइमर सेट करें और इसे एक नई, संरचित गतिविधि का संकेत बनाएं।
  • नई दिनचर्या: ध्यान अभ्यास करें या विचारों को जर्नल में लिखें।
  • नया इनाम: मन की स्पष्टता और व्यवस्थित विचारों से संतुष्टि प्राप्त करें।

चक्र के पीछे का विज्ञान: क्यों यह काम करता है

Cue-Routine-Reward चक्र हमारे दिमाग के इनाम प्रणाली का लाभ उठाता है। जब हमें इनाम मिलता है, हमारा दिमाग डोपामिन रिलीज करता है, जिससे व्यवहार मजबूत होता है और दोहराने की संभावना बढ़ती है। समय के साथ, हमारा दिमाग संकेत को देखते ही इनाम की उम्मीद करने लगता है, जिससे आदत और मजबूत होती है। इस चक्र में बदलाव करके हम उद्देश्यपूर्ण आदतों की ओर अपने व्यवहार को मार्गदर्शित कर सकते हैं।

नई, उद्देश्यपूर्ण आदतें बनाने के लिए चक्र का उपयोग

अनुत्पादक आदतों को अर्थपूर्ण आदतों में बदलने के लिए इस चक्र का उपयोग करें:

  1. स्पष्ट संकेत पहचानें: ऐसे संकेत चुनें जो आपको उत्पादक गतिविधियाँ शुरू करने में मदद करें। उदाहरण के लिए, कार्य या क्रिएटिव प्रोजेक्ट्स में बदलाव के लिए टाइमर का उपयोग करें।
  2. मूल्य वर्धक दिनचर्या बनाएं: ऐसी दिनचर्या बनाएं जो सकारात्मक परिणामों की ओर ले जाए, जैसे एक छोटे दैनिक पढ़ाई के लक्ष्य का निर्धारण करना या ब्रेक का उपयोग कार्यों को व्यवस्थित करने के लिए करना।
  3. प्राप्ति का इनाम चुनें: ऐसा इनाम चुनें जो नई आदत को मजबूत करे, जैसे एक छोटा ब्रेक लेना या अपनी प्रगति को ट्रैक करना।
  4. दोहराएं और समायोजित करें: आदत निर्माण में निरंतरता आवश्यक है। नई दिनचर्या को दैनिक दोहराएं, और आवश्यकतानुसार इसे समायोजित करें।

गैर-उपयोगी आदतों को रोकने में Cue-Routine-Reward चक्र का उपयोग

Cue-Routine-Reward चक्र सिर्फ नई आदतें बनाने के लिए नहीं है; यह पुरानी, अनुत्पादक आदतों को तोड़ने में भी प्रभावी है:

  1. अनुत्पादक आदतों के संकेत पहचानें: उन समयों और भावनाओं को पहचानें जो अनुत्पादक आदतों को प्रेरित करते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आप दिन के अंत में अक्सर बिना उद्देश्य स्क्रॉल करते हैं, तो इस समय या भावना को अपने संकेत के रूप में पहचानें।
  2. एक सकारात्मक दिनचर्या प्रतिस्थापित करें: अनुत्पादक आदत के स्थान पर एक छोटा, उद्देश्यपूर्ण कार्य जोड़ें, जैसे स्ट्रेचिंग करना, ध्यान लगाना, या अगले दिन के लिए लक्ष्यों का निर्धारण करना।
  3. इनाम को पुनः परिभाषित करें: विकल्प कार्य में संतोष खोजें, जैसे एक त्वरित सैर के बाद ताजगी महसूस करना या अगले दिन के कार्यों की योजना बनाने से दिशा की भावना मिलना।

कार्य और व्यक्तिगत जीवन में Cue-Routine-Reward चक्र का उपयोग

यह चक्र कार्य और व्यक्तिगत जीवन में उत्पादक दिनचर्या बनाने के लिए भी उपयोगी है:

  • कार्यस्थल में: बिना उद्देश्य ईमेल देखने या ब्राउज़िंग के बजाय, हर घंटे ब्रेक का उपयोग एक केंद्रित कार्य सत्र शुरू करने के लिए करें। इनाम के रूप में एक त्वरित मानसिक ब्रेक लें, जिससे लंबी अवधि की निष्क्रियता और अनुत्पादक आदतों से बचा जा सके।
  • घर पर: खाली समय को पढ़ाई, ध्यान या शौक जैसी दिनचर्या के साथ बदलें। इन संकेतों और पुरस्कारों से व्यक्तिगत समय को संरचना और संतुष्टि मिलती है।

निष्कर्ष: उद्देश्यपूर्ण आदतों के लिए Cue-Routine-Reward चक्र का उपयोग

Cue-Routine-Reward चक्र आदतों को समझने और बदलने में एक अमूल्य उपकरण है। इस चक्र का उपयोग करके हम अपने जीवन को समृद्ध करने वाली, उत्पादकता बढ़ाने वाली और अर्थपूर्ण वृद्धि लाने वाली दिनचर्या बना सकते हैं।

अंततः, हमारी आदतें हमारे जीवन का एक बड़ा हिस्सा परिभाषित करती हैं। Cue-Routine-Reward चक्र में महारत हासिल करके, हम अपने जीवन को एक उद्देश्यपूर्ण, उत्पादक और संतोषजनक दिशा में आकार दे सकते हैं।

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